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विपणन

2012

मार्के दू फिल्‍म (कैन फिल्म बाज़ार)

एनएफडीसी ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से और केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार की सहभागिता में फ्रांस के कैन में होने वाले फेस्टिवल दे कैन (कैन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह) के साथ आयोजित हुए वार्षिक फिल्‍म बाजार मार्के दू फिल्‍म (कैन फिल्म बाज़ार) में भारत मंडप लगाया।

भारत के तहत पंजीकृत 200 से अधिक प्रतिनिधियों ने समारोह व बाज़ार में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। भारतीय सिनेमा और भारतीय स्थानों को संभावित फिल्मांकन स्थलों के तौर पर सफलतापूर्वक बढ़ावा देने के मकसद से भारतीय मंडप (India Pavilion) ने ब्राज़ील, न्यूज़ीलैण्ड (जिसके साथ भारत की सह-निर्माण संधि है), कनाडा,ऑस्ट्रेलिया और इस्रायल के फिल्मकारों के लिए देश-विशिष्‍ट नेटवर्किंग कार्यक्रमों की श्रृंखला का आयोजन किया। भारतीय फिल्म उद्योग के कुछ मूल सरोकारों के सम्बन्ध में परिवर्तनों और जानकारियों को साझा करने के लिए बाज़ार की पूरी अवधि के दौरान विशेषज्ञों के साथ बातचीत के सत्रों का आयोजन किया गया। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों की भारत में शूटिंग को प्रोत्साहन और सहायता देने के लिए  - एक ही जगह से सारे निर्बाधन-पत्र प्राप्त करवाने की एजेंसी | फिल्म आयोग की आवश्यकता - पर एक अहम् सत्र की अगुवाई की गयी।

आईएफएफआई की विवरण पुस्तिका का लोकार्पण - भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव ने प्रतिनिधियों को संबोधित किया और भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह, 2012 का संक्षिप्त विवरण पेश किया।.

लघु सह-निर्माण बाज़ार - 2011 के फिल्म बाज़ार में प्रस्तुत कुछ अधिक उल्लेखित परियोजनाओं का प्रदर्शन।

कैन 2012 में भारतीय प्रतिभा को प्रोत्साहन - छह ऐसे अनूठे फिल्‍मकारों की संक्षिप्त-सूची बनायी गयी है जिन्हें असाधारण पटकथाओं और गैर-परम्परागत दृष्टिकोण के प्रयोग के लिए जाना जाता है, ये फिल्‍मकार है - मंजीत सिंह, वेत्रिमरण, सुमन मुखोपाध्याय, सुसीन्थिरण, सलीम अहमद और उमेश कुलकर्णी।

वैश्विक फिल्म बिरादारी से संपर्क स्थापित करने व अनौपचारिक माहौल में नेटवर्किंग को प्रोत्साहित करने के लक्ष्य से भारतीय मंडप में अतुल्य भारत संध्या का आयोजन किया गया। अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों को भारतीय प्रतिभा, कला, कलाकारों और फिल्मकारों से परिचित कराने के उद्देश्य से कार्यक्रम में सूफी संगीतकार जसबीर जस्सी के प्रदर्शन के साथ साथ उत्तरी-सीमाक्षेत्र की पाक-कला का भी अनुभव कराया गया।

यूरोपीय फिल्म बाज़ार

भारतीय सिनेमा को अंतर्राष्ट्रीय पैमाने पर बढ़ावा देने व भारतीय फिल्म जगत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में साझेदारियां खोजने के लक्ष्य से राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम द्वारा 9 फरवरी से 17 फरवरी, 2012 के दौरान यूरोपीय फिल्म बाज़ार में भारत मंडप (इंडिया पैवेलियन) लगाया गया।

मंडप ने बेर्लिनाल 2012 के विभिन्न वर्गों में चयनित या यूरोपीय फिल्म बाज़ार में प्रदर्शित प्रोजेक्‍ट या भारतीय फिल्मों को बढ़ावा दिया। ये फिल्में | परियोजनाएं इस प्रकार:

  • बॉबी बेदी कीकच्छ (आधिकारिक प्रोजेक्‍ट) – बेर्लिनाल सहनिर्माणमार्किट
  • रितेश बत्रा की डब्बा (टेलेंट प्रोजेक्ट)– बेर्लिनाल सहनिर्माणमार्केट
  • मोहन कुमार वलासला कीपंचभूत - बेर्लिनाल शॉर्ट्स
  • फरहान अख्तर की डॉन 2 – बेर्लिनाल स्पेशल
  • इराम घुफरान की देयर इज समथिंग इन दी एयर  – फोरम एक्सपेंडेड
  • राजन खोसा की गट्टू  - जनरेशन के प्लस

भारतीय पेशेवरों को अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उद्योग की अहम् हस्तियों के साथ औपचारिक व अनौपचारिक बातचीत का मंच मुहैय्या कराने के लिए एनएफडीसी ने 11 फरवरी, 2012 को 'इंडिया पार्टी' (भारत की महफ़िल) का आयोजन किया

 

 

 

2011

भारतीय सिनेमा को बढ़ावा देने और भारत को एक प्रमुख फिल्मांकन स्थल के तौर पर उभारने के लिए भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निर्देश के तहत और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय  की साझीदारी में, राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय बाजारों व समारोहों में भारतीय पैवेलियन लगाते है। भारतीय सिनेमा के लिए आवश्यक अंतर्राष्ट्रीय वातावरण सृजित करने व उभरती हुई भारतीय प्रतिभा को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देने के लिए निगम ने निरंतर भागीदारी की है।

अमरीकी फिल्म बाज़ार (एएफएम)

70 से अधिक देशों के 8000 से अधिक भागीदारों वाला, सांता मोनिका में आयोजित, एएफएम - स्वतंत्र फिल्मकारों और फिल्‍म व्‍यवसाय से जुड़े लोगों के लिए 8 दिन तक सौदे करने, फिल्म-प्रदर्शनों, संगोष्ठियों व नेटवर्किंग का एक महत्त्वपूर्ण स्थान बना हुआ है।

2 नवम्बर से 9 नवम्बर, 2011 के दौरान आयोजित आठ दिवसीय अमरीकी फिल्म बाज़ार में एनडीएफसी ने भारत को एक फिल्मांकन स्थल के तौर पर प्रचारित करने और वैश्विक फिल्म उद्योग के साथ साझेदारियां प्रोत्साहित करने के लिए भारत मंडप लगाया। भारत मंडप विदेशी फिल्म उद्योग के प्रश्नों के लिए जानकारी-डेस्क और बाज़ार में उपस्थित भारतीय पेशेवरों को नेटवर्किंग के मौके उपलब्ध कराने के काम आया।

मार्के दू फिल्‍म (कैन फिल्म बाज़ार)

एनडीएफसी ने भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ मिलकर मार्के दू फिल्‍म (कैन फिल्म बाज़ार) में भारत मंडप लगाया। निर्देश के तहत, 11 से 22 मई, 2011 के दौरान आयोजित कैन फिल्म बाज़ार में मंडप लगाया गया।
यह पहल भारतीय सिनेमा को सफलतापूर्वक बढ़ावा देते हुए भारत को एक प्रमुख फिल्मांकन स्थल के तौर पर उभारने और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों व सहयोग की संभावनाओं को टटोलने का लक्ष्य रखती है। इस कदम ने भारत की आने वाली व उभरती प्रतिभाओं को बढ़ावा दिया। भारत के जिन फिल्मकारों ने कैन में प्रवेश पाया उनमें अनुराग कश्यप, दिबाकर बनर्जी, अनुषा रिज़वी, लक्ष्मीकांत शेटगांवकर, सेखर कम्मुला व हाओबाम पबन कुमार शामिल थे। अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समुदाय के साथ साझेदारियों की संभावनाओं को टटोलने के साथ साथ सह-निर्माण, वितरण, फिल्मांकन, पटकथा विकास व तकनीकी सहयोग जैसे केंद्रीय विषयों पर भी संक्षिप्‍त चर्चा की गयी।
कैन में फिल्म उद्योग की हस्तियों के अनुभव
गीजू जॉन, फिल्मकार, यूएसए- "हम कैन में पहली दफा आए और हम नहीं जानते थे कि भारत मंडप से क्‍या उम्‍मीद करें। यह आश्चर्य की बात है कि हमारी सभी व्यावसायिक गतिविधियों और नेटवर्किंग के लिए भारत मंडप एक बेहतरीन केंद्र साबित हुआ।"

आशुतोष  गोवारिकर, फिल्मकार, भारत  – “यदि एक शब्द में बताना हो तो भारत मंडप अतुल्य है! यहां राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों से मुलाकात करना अच्छा रहा।"

मनु रेवल, फिल्मकार, फ्रांस - "मैं 2002 से कैन आ रहा हूँ जब मेरी लघु-फिल्म हॉलीवुड की पुकार डायरेक्टर्स फोर्टनाईट में प्रदर्शित हुई थी।  इस वर्ष पहली बार मैंने फिल्‍म व्‍यवसाय के प्रति एक गंभीर और पेशेवर रवैया देखा है। मैं उम्मीद करता हूँ कि सूचना एवं प्रसारण, पर्यटन आदि मंत्रालयों द्वारा और अधिक वित्‍तीय सहायता एवं स्‍वतंत्रता प्रदान की जाएगी, जिससे भारतीय सिनेमा अंतर्राष्ट्रीय मंच पर और बेहतर प्रदर्शन  कर पाएगा।।"

मिमी प्लौश, शिकागो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह, यूएसए – “भारत मंडप ने निर्धारित व स्वतः स्फूर्त मुलाकातों के लिए एक शानदार जगह उपलब्ध करायी। इस वर्ष हमारा समारोह भारतीय सिनेमा पर केन्द्रित है, इसलिए यह मंडप रिश्तों को बनाने व सुदृढ़ करने की बेहतरीन जगह थी"

मिपकॉम

मिपकॉम अक्टूबर के महीने में फ्रांस के कैन में आयोजित होने वाला एक टीवी व मनोरंजन बाज़ार है। मनोरंजन सामग्रियों का सह-निर्माण करने, खरीदने, बेचने, वित्‍तपोषण और वितरण करने  का कार्यक्रम मिपकॉम, टीवी,फिल्म, डिजिटल व दृश्य-श्रव्य सामग्री और वितरण उद्योग से जुड़े लोगों को एक नेटवर्किंग मंच और बाज़ार उपलब्ध करवाता है जहां वह भविष्य के रुझान जान सकते हैं और वैश्विक स्तर पर कंटेंट संबंधी अधिकारों का लेन देन कर सकते हैं।

एनएफडीसी ने भारत की भाषाई | सांस्कृतिक | क्षेत्रीय विविधता और वैश्विक मनोरंजन जगत के साथ साझेदारियों के अवसर तलाशने पर जोर देने के साथ-साथ फिल्म, टेलीविज़न व एनीमेशन क्षेत्रों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत मंडप लगाया।.

टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (टीआईएफएफ)

एनएफडीसी ने 8 से 18 सितम्बर, 2011 के दौरान आयोजित टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (टीआईएफएफ) में भारत मंडप लगाया। चार भारतीय फिल्मों को - सुसींद्रन की अझगरसामीज़ हॉर्स (तमिल), पंकज कपूर की मौसम (हिंदी), माइकल – रिभु दासगुप्ता, छात्रक या मशरूम्स – विक्मुठी जयसुन्धरा (बंगाली) को टीआईएफएफ में प्रदर्शन के लिए चुना गया।

सन 1976 में स्‍थापित टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (टीआईएफएफ) एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम है। इस महोत्‍सव के लिए प्रतिवर्ष 55 से अधिक देशों की लगभग 300 फिल्‍में प्राप्‍त होती हैं। दुनिया भर के फिल्म पेशेवरों की भागीदारी के चलते इस बाज़ार में भारतीय फिल्मों के प्रसार के बहुत से अवसर होते हैं।